May 19, 2025

साहित्य

निमिषा सिंघल की लोकप्रिय कविताएं

बूंद बूंद हूं मैं एक खारी,छलकी..हो चक्षु से भारी, बहकी बन सुख- दुख की मारी,बूंद हूं मैं एक खारी..। मन,...

फुलगे फुलगे चंदैनी गोंदा फुलगे चंदैनी गोंदा…फूलगे

" चंदैनी गोंदा " की सुरभि यात्रा मिडिल स्कूल झरना में हमें भूगोल पढाते हुए गोपाल श्रीवास गुरूजी ने बताया...

मैसूर से डॉ रामनिवास साहू की दो कविताएं

सोनहा बिहान पा लगी करपालिस जहर तोलाबिन स्वारथ,धरती माताचांटी औ हाथी सबोला पालत हे,मानव परजादा मोहित होकेदुखि यारी हो,पुकारत हेदुख...

सरोज यादव की चुनी हुई कविताएं

(१) सुनोगे कैसे मौत का क्रंदनतुम तो उत्सवधर्मी होयथा देश के तथा वेशधरवक्ती सेवाकर्मी होलोक अगर खुद नशा चुने तोक्यों...

गिरधारी पटेल की एक कविता

आईनाएक चिड़िया ,रोज आईने के सामने ,,अपने हमशक्ल को देखकर,,घायल कर देती है ,चोंच मार-मार कर,,उसको अपना ,दुश्मन समझ कर...