April 20, 2025

साहित्य

‘रूह’ : कश्मीर पर लिखा एक शोकगीत!

अभी कुछ देर पहले कश्मीर पर मानव कौल द्वारा लिखा यात्रा वृत्तान्त 'रूह' पढ़ कर खत्म किया! मानव ने 90...

नई सदी के तीसरे दशक का एक दिन

डाकखाने में कर्मचारियों के बीच एक युवा जो कर्मचारी ही रहा होगा ‘हिन्दू राष्ट्र तो बनकर रहेगा’ ऐसा उस समूह...

बड़ी आसानी से तुमने तोड़ दिया

जो तिनका-तिनका जज्बातों से बनाया था एक आशियाना हमने अपना ...... एक तूफ़ान से तुम भी गुजरे और एक तूफ़ान...

छिपी भाग की रेखा

अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस के निमित्त मराठी कवयित्री बहिणाबाई चौधरी(१८८०-१९५१) की कविता का हिंदी अनुवाद- छिपी भाग की रेखा छिपी भाग...

छत्तीसगढ़ का लोक-पुराण : लोकस्मृति और इतिहास

माना जाता है कि पुराणों में इतिहास और कल्पना के रंग घुले-मिले होते हैं।कहीं अधिक कहीं कम।इतिहास का अध्येता उसे...