April 20, 2025

आलेख

रेत से हेत : लोकधर्मिता और संवेदनशीलता

कविता स्वभावतः मानवीय संवेदना की वाहक होती है।अवश्य कविता में जीवन के विविध रंगों के चित्रण होते हैं, मगर उनका...

व्यंग्य पर एक दिवसीय संगोष्ठी सम्पन्न

व्यंग्य एक घातक हथियार है, इसका सैनिक की तरह उपयोग करें -प्रेम जनमेजय भिलाईनगरः छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़...

दिनेश कुशवाह हमारे समय के ऐसे महत्वपूर्ण कवि हैं जो सामाजिक वंचना से त्रस्त मनुष्यता के हक़ के लिए लगातार प्रयासरत दिखाई देते हैं

दिनेश कुशवाह हमारे समय के ऐसे महत्वपूर्ण कवि हैं जो सामाजिक वंचना से त्रस्त मनुष्यता के हक़ के लिए लगातार...

विद्रूप साक्षात्कारों की विश्वसनीय प्रस्तुति

समीक्षा: दूसरी किश्त किशन लाल के उपन्यास ‘चींटियों की वापसी’ की इस पूरी कथा में दलित जीवन के अनेक झंझावातों...

हिंदी एवं भारतीय भाषा – साहित्य में अर्न्तसम्बन्ध

भारत विविध भाषा-भाषी राष्ट्र है। सांस्कृतिक विविधता भी है ! बोलचाल, वेशभूषा की विविधता के बावजूद, एक ऐसी समानता है...

भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों में दासी प्रथा का प्रभाव

भारत में दासी प्रथा प्राचीन काल से ही प्रचलित है। दासियों को मूल रूप से तीन भागों में विभक्त किया...

कविता का पार्श्व : काव्य रचना की प्रेरणा और प्रभाव

कविता की रचना प्रक्रिया और रचनात्मक प्रेरणा पर बात होती रही है। आधुनिक युग मे रामचन्द्र शुक्ल से लेकर मुक्तिबोध...

कई पद्धतियों का उपयोग हो रहा है विदेशी भाषा के रूप में हिंदी को सिखाने के लिए

विश्व फलक पर हिंदी भाषा शिक्षण : प्रविधि और संभावनाएं : अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी यूएसए के वरिष्ठ भाषावैज्ञानिक प्रो सुरेंद्र गंभीर...