फ्रिज का पानी ~ बाल कविता
मत करना तुम यह नादानी।।कभी न फ्रिज का पीना पानी।। बार-बार अब छींक सताये।नाक बहुत बहती ही जाये।। दुख देता...
मत करना तुम यह नादानी।।कभी न फ्रिज का पीना पानी।। बार-बार अब छींक सताये।नाक बहुत बहती ही जाये।। दुख देता...
पढ़ा जा रहा न लिखा जा रहा हैलिखा था कभी वो मिटा जा रहा है सुना जा रहा न कहा...
मैं सलमान रूश्दी की किताब 'इमेजनरी होमलैंड्स' में एडवर्ड सईद से उनकी एक बातचीत पढ़ रहा था। सलमान इस्लाम के...
हिंदी भाषा और साहित्य के पठन-पाठन एवं शोध के क्षेत्र में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की ऐतिहासिक भूमिका...
कविता में भी घुसे हुए हैंशब्दों के व्यापारीचला रहे हैं खाल ओढ़करअपनी दुकानदारी संपादक हैं ,आयोजक हैंइनमें हैं कुछ नेताढूँढा...
लेखक- इन्द्रा राठौर नई सदी की हिंदी कविता में 'स्त्री कविता' अपने पीले पड़ चुके रूदाली चेहरे के बनिस्बत और...
अभी फेसबुक खोली तो तेजेन्द्र शर्मा जी की पोस्ट सामने आई और समाचार था -आधारशिला पत्रिका के संपादक दिवाकर भट्ट...
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने एक पत्र लिखकर कोरोना काल के अपने अनुभवों को साझा किया है।...
शुभ मुहरत अक्षय तिथि हावय, कहिथें वेद पुरान।एही दिन तो सतयुग त्रेता, रचे रहिस भगवान।। चलौ मनाबो जुरमिल अक्ती, पावन...