पंचतत्व : अग्नि
क्रोधित प्रकृति का भयावह प्रलय जीवन संघर्ष प्रतिशोध की अग्नि मनुजता का कलंक बन भम्मी भूत कर राख बनाने आतुर...
क्रोधित प्रकृति का भयावह प्रलय जीवन संघर्ष प्रतिशोध की अग्नि मनुजता का कलंक बन भम्मी भूत कर राख बनाने आतुर...
मैं 19 बरस का था, जब मेहरुनिमा से मेरी शादी हुई और वह 17 बरस की थीं। जैसे-जैसे मैं बड़ा...
विस्तृत है पिता पर्वत की तरह अटल हैं पिता जिसकी सीधी ढलान से पाए हैं हम ऊपर चढ़ने का हौसला...
हल भी चलाएं और बीज भी बोए । सबको खिलाए और हम भूखे सोए ।। कितने लाचार मजबूर है हम...
एक शाम आप दफ़्तर से घर आते हैं -- थके-माँदे । दरवाज़े पर लगा ताला आपको मुँह चिढ़ा रहा है...
शेफाली से बिछड़े अतुल को दस साल से ज्यादा हो गए थे पर अतुल उसे एक पल को नहीं भूल...
अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच द्वारा चर्चित लघुकथाकार संतोष श्रीवास्तव के सद्य प्रकाशित लघुकथा संग्रह "मुस्कुराती चोट "के विमोचन (20 जून...
आओ हम सब योग करें, योग से दूर रोग करें आओ हम सबको जागरूक करें आओ हम 'योग से निरोग'...
मूल लेखक : अन्तोन चेखव अनुवाद : सुशांत सुप्रिय सितम्बर की एक अँधेरी रात थी । डॉक्टर किरीलोव के इकलौते...