चिड़िया का उसूल (लघु-कथा)
एक थी गुलख़ोर चिड़िया। उसने दूसरी चिड़ियाओं पर तंज़ कसते हुए कहा," तुम सब नाहक पेट के लिए इतना मशक्कत...
एक थी गुलख़ोर चिड़िया। उसने दूसरी चिड़ियाओं पर तंज़ कसते हुए कहा," तुम सब नाहक पेट के लिए इतना मशक्कत...
माँ- बाप का इकलौता बेटा था गगन। माँ की आँखों का तारा था वह, और पिताजी के दिल की धडकन...
अरे खटारा साइकिल, निच्चट गए बुढ़ाय। बेचे बर ले जाव तो, कोन्हों नहीं बिसाय।। कोन्हों नहीं बिसाय, खियागें सब पुरजा...
-रामराव वामनकर ''अरे प्रतीक तुम कब आये बेटा ? पिता ने अपने कमरे से बैठक में कदम रखते हुए पूछा...
वह दूर से दिख रहा मोड़ ही था। कच्चे रास्ते से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर। पीला मरियल सा...
श्रीलाल शुक्ल माघ की रात। तालाब का किनारा। सूखता हुआ पानी। सड़ती हुई काई। कोहरे में सब कुछ ढँका हुआ।...
-------------------- रामनाथ साहू - मुझे इस साल कथा का आयोजन कराना है। मैंने यह संकल्प लिया है । श्यामलाल, तेरा...
गद्दार (लघुकथा) शिक्षकों की हड़ताल के दो महीने पूरे हो चुके थे। सरकार अपनी ज़िद पर अड़ी हुई थी और...
‘‘ मुर्गी चोर की कथा ‘‘ - लतीफ घोंघी हम चोरों के बीच जीने वाले लोग हैं। सरकारी आंकड़ों के...
कुछ फिल्में ऐसी होती हैं, जिनका असर जेहन पर लम्बे अरसे तक रहता है। पाकीज़ा ऐसी ही एक फिल्म है,...