आज का कवि : दुर्गा पारकर की दो कविताएं
आँसू गाँव हअपन लइका मन केरद्दाजोहत -जोहत रोवत हे,अँगाकर रोटीरांध केअब आही, तब आहीकहिकेओकर आँखी ह जोहत हे | मोर...
आँसू गाँव हअपन लइका मन केरद्दाजोहत -जोहत रोवत हे,अँगाकर रोटीरांध केअब आही, तब आहीकहिकेओकर आँखी ह जोहत हे | मोर...
कहानियों को अपनी कल्पना से सुंदर और रंगीन पंख देने वाले यशस्वी कथाकार रस्किन बांड आज 87 बरस के हो...
कुछ अरुण-दोहे : पतझर जैसा हो गया, जब ऋतुराज वसंत।अरुण! भला कैसे बने, अब कवि कोई पंत।। वृक्ष कटे छाया...
दहलीज़ एक दहलीज़ पार करदूसरी दहलीज़ की शोभाबढ़ाती हैं..ये लड़कियां थोड़ा सालाड़ पाते ही..खिलखिलाती हैं। मायके में शुभ कार्यों में..जब...
प्राचीन काल से ही गाड़ा को छत्तीसगढ़ मे एक महत्वपूर्ण ट्रान्सपोर्ट के रूप मे प्रयोग किया जाता रहा है। इसे...
किताब के समान खुलेंगींयदि आपके घर की खिड़कियांतो अन्य दिनों सेकुछ भिन्न होगा बाहर का दृश्य खिड़की के समान खुलने...
मत करना तुम यह नादानी।।कभी न फ्रिज का पीना पानी।। बार-बार अब छींक सताये।नाक बहुत बहती ही जाये।। दुख देता...
पढ़ा जा रहा न लिखा जा रहा हैलिखा था कभी वो मिटा जा रहा है सुना जा रहा न कहा...
मैं सलमान रूश्दी की किताब 'इमेजनरी होमलैंड्स' में एडवर्ड सईद से उनकी एक बातचीत पढ़ रहा था। सलमान इस्लाम के...