मेघा के बरसे अउ महतारी के परोसे : कहावतों का लोक सन्दर्भ
लोकोक्तियाँ मनुष्य के सामाजिक जीवन के दीर्घकालीन अनुभव के परिणामस्वरूप सृजित होती हैं।इस अनुभव क्षेत्र का दायरा काफी विस्तृत होता...
लोकोक्तियाँ मनुष्य के सामाजिक जीवन के दीर्घकालीन अनुभव के परिणामस्वरूप सृजित होती हैं।इस अनुभव क्षेत्र का दायरा काफी विस्तृत होता...
सुरता - श्री रघुवीर अग्रवाल "पथिक" पथिक जी के जनम जन्म 4 अगस्त 1937 के ग्राम मोहबट्टा मा होइस। इनकर...
लेखक : वरुन पांडे जी प्रकाशन : रिव्या पब्लिकेशन यह उपन्यास बेहद संवेदनशील, मार्मिक और मानवीय संबंधों की जटिलताओं से...
सर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर.. पहाड़ियों पर बसा, बुद्धिजीवियों का नगर! नीचे तराई में छोटा सा गांव ग्वालमंडी! ताज्जुब होता...
संभवतः इसके बारे में बहुत लोग जानकारी रखते होंगे, पर सही-सही जानकारी रखते हैं या नहीं इस पर संदेह है....
--डा. सत्यभामा आडिल भिलाई का कारखाना बना,50 गांव उजड़ गए।किसानों को मुआवजा मिला और वे अन्यत्र बस गए। पर एक...
विधा - कविता नींद में करवटें बदली खूब स्वप्न में उत्तेजना ये कैसी...! चित्र-विचित्र, अजीब उलझन रोम-रोम में अजीब अकड़न।...
आपने कहां जिस दिन जरूरी बात होगी उस दिन मेरे लिखे ख़त आप तक पहुँच जाएंगे।और आप उस दिन ज़रूर...
कुछ काम से गौरेला-पेंड्रा-मरवाही आया हूं। प्रकृति की गोद में बसा एक खूबसूरत जिला। कहते हैं- यहां की हवा जादुई...